बेवफा शायरी - Bewafa sad romatic Shayari in Hindi - हिंदी शायरी
पहली झलक में मैने पसंद तुमको किया, बिन बोले तुमसे आँखों ने सब कुछ कह दिया, दूसरी हे मुलाक़ात में तुमने मेरे दिल को छूह लिया, फिर बिन बोले दिल की डोर को मैने तुम्हारे हवाले कर दिया,
दूरिया से फ़र्क नही पड़ता है, बात तो दिलो की नज़दीकियो से होती है . दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते है, वरना मुलाक़ात तो जाने कितनो से होती है
मोहब्बत वक़्त के बे-रहम तूफान से नही डरती , उससे कहना, बिछड़ने से मोहब्बत तो नही मरती .
तू अगर दिल पे मेरे, हाथ ही रख दे तो, टूट-ती साँस भी, कुछ दर्र संभाल जाती है,
तुम अपनी शाम की तन्हैया मुझे दे दो बिखरती ज़ुल्फ की परछाईयाँ मुझे दे दो मे डूब जाऊ तुम्हारे आँखो मे तुम अपने दर्द की गहराइया मुझे दे दो मे तुम्हे याद करू ओर तुम को ख़बर हो जाए मोहब्बत की वो सचाइया मुझे दे दो
इश्क़ का बीमार तो बड़ा खुशनसीब है यारो, की आशिक़ तो ये लाइलाज हे अच्छा है
तेरे बिना टूटकर बिखर जाएँगे, तुम मिल गये तो गुलशन की तरह खिल जाएँगे, तुम ना मिले तो जीते जी मार जाएँगे, तुम्हे पा लिया तो मारकर भी जी जाएँगे
आदत बदल दू कैसे तेरे इंतेज़ार की ये बात अब नही है मेरे इकतियार की देखा भी नही तुझ को फिर भी याद करते है बस ऐसी ही खुश्बू है दिल मे तेरे प्यार की
ज़िंदगी हसीन है इससे प्यार करो हर रात की नई सुबा का इंतजार करो वो पल भी आएगा, जिसका आपको इंतजार है बस अपने रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करना
आई मिलन की बेला है नही होता है अब इंतज़ार तेरी उलझी ज़ुल्फोन को ले आज दूं मैं संवार
तन्हैइिओं मे उनको ही याद करते हैं वो सलामत रहे यही फरियाद करते है, हम उनके ही मोहब्बत का इंतेज़ार करते है उनको क्या पता हम उनसे कितना प्यार करते है .
साँसों मे मेरे कुछ अजीब सी कशिश है आज जाना, शायद ये तुम्हारे साँसों को महसूस कर रहा है, आँखें मेरी तुम्हारी राहों पे आके थम गयी हैं, और ये दिल, तुम्हारे आने का इंतेज़ार कर रहा है.
कुछ पल हमारे साथ रह के तुम्हे लौट जाना था हर बार, जाते हुए तुम्हारा मूड मूड के हमें देखना अच्छा लगा, सालों के बाद मिला तुमसे आज मगर बस कुछ लम्हो के लिए, उस इंतेज़ार के बाद तुमसे मिलना हमें बहुत अच्छा लगा.
बहुत हो चुका इंतेज़ार उनका, अब और ज़ख़्म सहे जाते नही, क्या बयान करें उनके सितम को, दर्द उनके कहे जाते नही
फ़ासले मिटा कर आपस मैं प्यार रखना,. दोस्ती का ये रिश्ता हमेशा बरकरार रखना, बिछड़ जाए कभी आपसे हम, आँखों मैं हमेशा हमारा इंतज़ार रखना
नज़रें मेरी कहीं तक ना जायें, बेवफा तेरा इंतेज़ार करते करते, यह जान यूँ ही निकल ना जाए, तुम से इश्क़ का इज़हार करते करते
सुबह का इंतेज़ार था, फिर शाम तक मुझे रुकना था आएगी इस शाम भी मैने खुद को समझाया यही सुबह से लेकर शाम तक एक पल चैन पाया नही जिसका इंतेज़ार था, उस शाम वो आया नही
तुम आये तो लगा हर खुशी आ गई यू लगा जैसे ज़िन्दगी आ गई था जिस घड़ी का मुझे कब से इंतज़ार अचानक वो मेरे करीब आ गई
इंतजार उसका जिसके आने की कोई आस हो, खुश्बू भी उस फूल की जो मेरे पास हो, मंज़िल ना मिल सकी हमे तो कोई बात नही, गम भी उसी शख्स का होता है जिसे प्यार का एहसास हो.
इंतज़ार हमारा करे कोई मंजिल हमारी बने कोई , दिल की यह आरजू है छोटी दिल में आके रहे कोई।
कोई वादा नही फिर भी तेरा इंतेज़ार है जुदाई के बाद भी तुझसे प्यार है तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही मुझसे मिलने के लिए तू भी बेकरार है
चाहत पर अब एतबार ना रहा, खुशी क्या है यह एहसास ना रहा, देखा है इन आँखोने टूटे सपनो को, इसलिए अब किसी का इंतेज़ार ना रहा
अब हमसे इंतेज़ार नही होता इतना महेंगा तो किसी का प्यार नही होता हम जिसके लिए हुए रुसवा ज़माने मे वो अब बात करने को भी तैयार नही होता
किसी के दीदार को तरसता है किसी के इंतेज़ार मे तडपता है ये दिल भी अजीब चीज़ है जो होता है खुद का मगर किसी और के लिए धड़कता है .
तेरे इंतज़ार का ये आलम है, तड़प्ता है दिल आखें भी नम है, तेरी आरज़ू में जी रहे है, वरना जीने की ख्वाहिश कम है
इश्क़ किया तुझसे, मेरे ऐतबार की हद थी, इश्क़ में दे दी जान, मेरे प्यार की हद थी, मरने के बाद भी खुली थी आँखें, यह मेरे इंतेज़ार की हद थी
एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर, एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर, पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है, जो आए तुम्हे साथ लेकर..!!
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